tag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post1600954166629050746..comments2023-10-26T15:24:46.256+05:30Comments on जनपक्ष: क़िस्सा आधी माँ और आधी बेवाओं का Ashok Kumar pandeyhttp://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-85758036252327423402016-10-13T13:09:48.463+05:302016-10-13T13:09:48.463+05:30कहीं हव्वा खातून मिल जाएं तो कदमबोसी कर लूँ...कहीं हव्वा खातून मिल जाएं तो कदमबोसी कर लूँ...Firoj khanhttps://www.blogger.com/profile/07785010449977850596noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-27196859419129569772016-10-13T12:52:15.351+05:302016-10-13T12:52:15.351+05:30मेरी जान ले लो, बस कहने का ये अंदाज मुझे दे दो। जो...मेरी जान ले लो, बस कहने का ये अंदाज मुझे दे दो। जो सियासतदां कश्मीर को लकड़ी समझ अपने घर के चूल्हे जलाते हैं, लानत है उन पर...Firoj khanhttps://www.blogger.com/profile/07785010449977850596noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-32717598361572956642016-10-06T23:58:21.564+05:302016-10-06T23:58:21.564+05:30कश्मीर पर ऐसा संवेदनशील लेखन जरूरी है. आम भारतीयों...कश्मीर पर ऐसा संवेदनशील लेखन जरूरी है. आम भारतीयों को कश्मीरियों के दुःख-दर्द समझ नहीं आते और इसीलिए कश्मीरियों को कश्मीर का अभिन्न अंग होना समझ नहीं आता. अशोक भाई, आपको यह कश्मीर कथा जल्द पूरी करनी चाहिए कश्मीर पर हम सबकी एक स्पष्ट और खुली सोच बनाने के लिए. Saurabh Bajpaihttps://www.blogger.com/profile/00023657247431987496noreply@blogger.com