tag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post3116733108185861419..comments2023-10-26T15:24:46.256+05:30Comments on जनपक्ष: दरअसल गलती इतिहास की नहीं।Ashok Kumar pandeyhttp://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-56217803061610966452010-12-04T07:22:50.204+05:302010-12-04T07:22:50.204+05:30एक औसत मुसलमान भी चंगेज़ ख़ान को मुसलमान समझता है और...एक औसत मुसलमान भी चंगेज़ ख़ान को मुसलमान समझता है और उसे अपनी गौरवशाली परम्परा का हिस्सा मानता है। ऐसा बताते हैं कि चंगेज़ के वंशजो के पीठ पर एक पैदाईशी निशान होता है, शाहरुख़ के कुछ दोस्त पाकिस्तान से आए तो उसकी पीठ पर वो निशान खोजने लगे..अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-10593577591611321482010-11-18T21:33:40.569+05:302010-11-18T21:33:40.569+05:30"इतिहास ही नहीं, क्या दुनिया भी एक इमैजिन्ड य..."इतिहास ही नहीं, क्या दुनिया भी एक इमैजिन्ड यूनिवर्स नहीं...समय और विचार आंधियों के अपने-अपने कैपसूल्स में बन्द...अधिकांशतः या तो उन कैपसूल्स से चमत्कृत और सम्मोहित जिन्दगी निकालते या उनके बोझ तले किंकर्तव्य विमूढ़ या फिर कुछ बुद्धिजीवी या सिरफिरे उसे तोड़ने की कोशिश में लस्तपस्त?जबतक समाज की परिकल्पना परिवार के चबूतरों से नहीं उठेगी, अधिकांशतः मुद्दे उपेक्षित और आम आदमी तटस्थ ही रहेगा ...बहती गंगा में हाथ धोने वाले और किनारे पर दम तोड़ते दोनों को ही देखता ...जानबूझकर अनजान बना ।" - फेसबुक पर शैल अग्रवालAshok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-32882681118527087742010-11-18T21:23:30.437+05:302010-11-18T21:23:30.437+05:30"मैं यह लेख अभी -अभी पढ़कर आ रहा हूँ . पहली न..."मैं यह लेख अभी -अभी पढ़कर आ रहा हूँ . पहली नजर की राय है कि उत्तेजना हावी हो गई है दृष्टि पर . भारतीय इतिहास के काल विभाजन को अस्वीकार कर वे इतिहास कि निरंतरता को समाप्त कर देते हैं . प्राचीन काल ,मध्य काल(ये नाम कुछ भी हो सकते हैं ) न हो तो आधुनिक काल में राष्ट्र निर्माण क्या संभव है ? फ़िलहाल इतना ही . मैं इसे गंभीरता से पढ़ रहा हूँ ." --- fb पर राजूरंजन प्रसादAshok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-22474593176299546032010-11-18T19:14:36.007+05:302010-11-18T19:14:36.007+05:30क्या राष्ट्र ही एक मिसकंसेप्ट नहीं है?क्या राष्ट्र ही एक मिसकंसेप्ट नहीं है?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com