tag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post4264098442067068054..comments2023-10-26T15:24:46.256+05:30Comments on जनपक्ष: क्या अम्बेडकर दलितों के मसीहा थे?Ashok Kumar pandeyhttp://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-24605574520033530542011-12-28T01:51:37.335+05:302011-12-28T01:51:37.335+05:30संग्रहणीय लेख! हिन्दू कोड बिल के बारे में पढा। अच्...संग्रहणीय लेख! हिन्दू कोड बिल के बारे में पढा। अच्छा लगा जानकर हमारे महान नेताओं का दोहरा चरित्र!चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-56980913241174981912010-04-14T18:11:04.818+05:302010-04-14T18:11:04.818+05:30एक महत्वपूर्ण व प्रासंगिक आलेख....एक महत्वपूर्ण व प्रासंगिक आलेख....रवि कुमार, रावतभाटाhttps://www.blogger.com/profile/10339245213219197980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-1253334840931070612010-04-14T18:08:10.314+05:302010-04-14T18:08:10.314+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-53002659915611184112010-04-14T17:14:22.072+05:302010-04-14T17:14:22.072+05:30वर्तमान में जबकि महिला आरक्षण, दलितों के अधिकारों ...वर्तमान में जबकि महिला आरक्षण, दलितों के अधिकारों पर बहस गर्म है, निश्चित ही यह एक महत्वपूर्ण व प्रासंगिक आलेख है।रजनीश 'साहिलhttps://www.blogger.com/profile/04135274801804144685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-13266381117193120402010-04-14T14:34:20.755+05:302010-04-14T14:34:20.755+05:30जिस सामाजिक ढाँचे ने शूद्रों को सदियों से दलित बना...जिस सामाजिक ढाँचे ने शूद्रों को सदियों से दलित बनाये रखा, उसी ढाँचे ने स्त्रियों को भी कभी उनके अधिकार नहीं दिये. डॉ. अम्बेडकर ये जान्ते थे कि भारत की स्वतन्त्रता के बाद सत्ता एक शासक वर्ग के हाथों से निकलकर दूसरे सम्भ्रान्त वर्ग के हाथों में चली जायेगी, जो उस सामाजिक ढाँचे के ऊपरी पायदान पर स्थित है और नीचे वालों के लिये लोहे के दरवाजे बना रखे हैं, ऊपर आने के लिये...जिन्हें बेधकर कोई ऊपर नहीं आ सकता...<br />इसीलिये अम्बेदकर ने उस सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ़ आवाज़ बुलन्द की... ये आवाज़ हर उस वर्ग के पक्ष में थी, जिसे हमेशा से नीचे के पायदान पर रखा गया था, न कि सिर्फ़ दलितों के पक्ष में...<br />गाताड़े जी के लेख गहन अध्ययन और गम्भीर विमर्श से निकले होते हैं...यह लेख अत्यधिक प्रासंगिक है...अम्बेदकर के जन्मदिन को एक पर्व की तरह न मनाकर एक आत्ममन्थन के अवसर की तरह मनाना चाहिये..अम्बेदकर न सिर्फ़ चिंतक, बल्कि एक कार्यकर्ता भी थे...क्या अम्बेडकर के बाद का कोई दलित चिंतक इस परम्परा को आगे बढ़ा पाया है?muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-46167014824621683122010-04-14T11:41:09.294+05:302010-04-14T11:41:09.294+05:30THIS ARTICLE IS AN IMPORTANT INTERVENTION AT A VER...THIS ARTICLE IS AN IMPORTANT INTERVENTION AT A VERY APPROPRIATE TIME. THE RULING CLASSES; BOTH HINDUS AND MUSLIMS PRESENTED AMBEDKAR AS SOMEBODY WHO REPRESENTED THE INTERESTS OF DEPRESSED CLASSES OR STOOD FOR RESERVATION. IT IS A VERY SMALL TRUTH. HE WANTED AN INDIA WHERE THERE WILL BE JUSTICE, NO MILITARIZATION, NO RELIGIOUS BASED POLITICS AND NO ROOM FOR CASTEISM. IF WE HAD INDIA OF AMBEDKAR'S VIEWS IT WOULD HAVE BEEN A MORE HUMANE INDIA FOR ALL OF US.Shamsul Islamhttps://www.blogger.com/profile/04746238734625932294noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-14255372972050504072010-04-14T09:44:12.570+05:302010-04-14T09:44:12.570+05:30महाड के ऐतिहासिक सत्याग्रह तथा मनु स्मृति की प्रति...महाड के ऐतिहासिक सत्याग्रह तथा मनु स्मृति की प्रति जलाने के बाद कौन - कौन से सत्याग्रह बाबासाहब के आवाहन पर हुए ? यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि महाड़ के सत्याग्रह के दौरान बाबा साहब के कार्यकर्ताओं पर सवर्णों का हमला भी हुआ था।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5809823261305391825.post-54274227496718810082010-04-14T00:11:47.493+05:302010-04-14T00:11:47.493+05:30बेहतरीन आलेख।बेहतरीन आलेख।Rangnath Singhhttps://www.blogger.com/profile/01610478806395347189noreply@blogger.com