जाने-माने लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताड़े की किताब 'गोडसेज चिल्ड्रेन - हिंदुत्वा टेरर इन इंडिया' फेरास से प्रकाशित हुई है. हम सब पिछले दो दशकों से सुभाष को साम्प्रदायिकता और ब्राह्मणवाद के खिलाफ लगातार लिखने और लड़ने वाले लेखक के रूप में जानते हैं. जनपक्ष पर भी उन्होंने लगातार कई मुद्दों पर लिखा है.
देश में हिन्दुत्ववादी शक्तियों के आतंकी इरादों की झलक ब्राह्मणवादी-कारपोरेट मीडिया की नजरअंदाजी और कई सरकारों की मिली भगत के बावजूद अब सतह से ऊपर दिखने लगी है. सुभाष की यह किताब उसी का एक गहन उत्खनन करती है और बताती है कि किस तरह अपनी शुरुआत से ही आर एस एस समाजसेवा की आड़ में धार्मिक राष्ट्रवाद के नाम पर हिटलर की तर्ज़ पर 'मनु स्मृति' आधारित एक 'हिन्दू राष्ट्र' की स्थापना का प्रयास कर रहा है. अपने समय में गाँधी से लेकर अम्बेडकर तक ने इसकी पहचान की थी. गाँधी के आर एस एस के बारे में विचार यहाँ पढ़े जा सकते हैं.
किताब मात्र २७० रुपये में यहाँ उपलब्ध है. उम्मीद की जानी चाहिए कि जल्दी ही इसका हिन्दी अनुवाद भी उपलब्ध होगा. जनपक्ष की ओर से साथी सुभाष को बधाई और बिरादराना सलाम.
आभार, जानकारी देने के लिये।
जवाब देंहटाएंबहुत ही जरुरी मुद्दे पर किताब. साझा करने के लिए आभार.
जवाब देंहटाएं