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बुधवार, 14 जुलाई 2010

जन्मशती वर्ष में शमशेर पर पहला विशेषांक आ चुका है…

हिन्दी कविता के लिये यह उत्सव का वर्ष है और साथ ही अपनी प्रगतिशील परंपरा की स्मृति ताज़ा कर अपने समय में सार्थक हस्तक्षेप के लिये शक्ति जुटाने का। शमशेर, नागार्जुन,केदार नाथ अग्रवाल और फैज अहमद फैज की जन्मशताब्दियों के इस वर्ष में होने वाले तमाम आयोजन बस उत्सव बनकर न रह जायें, इसके लिये ज़रूरी है कि उन सरोकारों और उन स्वप्नों तक पहुंचने के प्रयास किये जायें जिनसे उन्हें अपनी कविता के लिये प्राणशक्ति मिलती थी।

इस साल कवि शमशेरकी जन्मशती पर उन पर केन्द्रित पहला अंक आ गया हैभोपाल से हरि भटनागर के संपादन में निकलने वाली पत्रिका रचना समय के इस अंक का सम्पादन किया है बोधिसत्व ने।

अंक पूरी तरह कविताओं पर केन्द्रित है… अंक की ख़ासियत है कि यहां शमशेर के समकालीनों, अज्ञेय,रामविलास शर्मा, मुक्तिबोध, मलयज से लेकर कुंअर नारायण, विष्णु खरे,अशोक बाजपेयी, प्रभात त्रिपाठी, उदय प्रकाश,राजेश जोशी,मंगलेश डबराल,अरुण कमल,देवी प्रसाद मिश्र,एकांत श्रीवास्तव से होते हुए सुंदर चंद ठाकुर ,शिरीश मौर्य, विशाल श्रीवास्तव, अशोक कुमार पाण्डेय ,रविकांत तक की बिलकुल युवा पीढ़ी तक के कवियों ने 'अपने' कवि शमशेर को समझने-बूझने तथा उनकी कविताई से जूझने का प्रयास किया है। यहां तीन या चार पीढ़ी के कवि एक साथ उपस्थित हैं और शमशेर की कविता पर कवियों का लिखा निश्चित तौर पर आलोचना को समृद्ध करेगा।

इसके अलवा शमशेर की मलयज, नेमिचन्द्र जैन, तथा विनोद दास से बातचीत है, उनकी डायरियों के अंश …और भी बहुत कुछ।

100 रु मूल्य की इस पत्रिका को हरि भटनागर 197, सेक्टर-बी,सर्वधर्म कॉलोनी, कोलार रोड, भोपाल(म.प्र.)-42 से मंगाया जा सकता है। उनका फोन नंबर है -9424419567 और मेल आई डी है - haribhatnagar@gmail.com

5 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही अच्छी जानकारी
    तीन -चार पीढ़ी के कवियों के विचार एक साथ,पढने का अवसर...एक संग्रहणीय अंक है यह.
    पता और इमेल आई डी देने का बहुत बहुत शुक्रिया

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  2. अच्छी जानकारी के लिए आभार.
    महेश वर्मा, अंबिकापुर, छत्तीसगढ़

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  3. ये अंक तो संग्रहणीय होगा

    जल्दी से मंगा लेते हैं।

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