अभी हाल में


विजेट आपके ब्लॉग पर

शुक्रवार, 19 नवंबर 2010

दि लेजेंड ऑफ़ जो हिल



Workers of the world, awaken!

Rise in all your splendid might;
Take the wealth that you are making,
It belongs to you by right.
No one will for bread be crying,
We'll have freedom, love and health.
When the grand red flag is flying
In the Workers' Commonwealth.


ये पंक्तियाँ जो हिल (Joe Hill) की कलम से निकले एक गीत की हैं. भगत सिंह वाले अंदाज़ में हैट पहने इस आदमी की दास्ताँ भी कुछ वैसी ही है.


मज़दूर आन्दोलन को ऐसे ही कई नायाब क्रांतिकारी गीत देने वाले जो हिल मज़दूर नेता थे. 1879 में स्वीडन में पैदा हुए हिल तेईस साल की उम्र में अपने भाई के साथ अमेरिका पहुंचे. कई जगहों पर काम किया,मजदूरों को संगठित करने के प्रयासों के कारण नौकरी खोई, ब्लैकलिस्ट हुए और अंततः इंडस्ट्रियल वर्कर्स ऑफ़ दि वर्ल्ड (आइ.डब्ल्यू.डब्ल्यू) के संपर्क में आये.

बीसवीं सदी के आरंभिक दशकों को अमेरिकी मज़दूर आन्दोलन का स्वर्णिम युग माना जाता है; उस दौर में अपनी ज़बरदस्त सांगठनिक शक्ति के साथ आइ.डब्ल्यू.डब्ल्यू मजदूरों के अधिकारों के लिए लड़ने में सबसे आगे था. हॉवर्ड ज़िन ने अपनी पुस्तक 'पीपुल्स हिस्ट्री ऑफ़ दि यूनाईटेड स्टेट्स' में इस संगठन को बेहद महत्त्वपूर्ण माना है और जो हिल के क्रांतिकारी गीतों ने मजदूरों में तो जैसे अभूतपूर्व चेतना जगा दी थी.

1914 में कैलिफोर्निया से शिकागो जाने के लिए निकले जो हिल की यात्रा मगर कभी पूरी नहीं हो पाई. रास्ते में पड़ने वाले यूटा राज्य की खानों में कुछ समय काम करने के लिए क्या रुके, वे लूटपाट और हत्या के झूठे मामले में फंस गए. वह मुकदमा अमेरिका के कानूनी इतिहास में सर्वाधिक चर्चित और विवादास्पद मुकदमों में एक माना जाता है. क्षमादान की अनेकों अपीलों के बावजूद (जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति वूड्रो विल्सन की अपील भी शामिल थी) 19 नवम्बर, 1915 के यूटा के फाइरिंग दस्ते ने तीन गोलियां उनके शरीर में उतार दीं.

अमेरिका के अनेकों कलाकारों ने जो हिल को तरह तरह से याद किया है. यहाँ प्रस्तुत है पॉल रॉब्सन और जोअन बाएज़ की संगीतमय श्रद्धांजलि.




जो हिल के बारे में अधिक जानकारी यहाँ उपलब्ध है.

1 टिप्पणी:

स्वागत है समर्थन का और आलोचनाओं का भी…