अभी हाल में


विजेट आपके ब्लॉग पर

शुक्रवार, 19 मार्च 2010

मैं भी अमरीका का गीत गाता हूं

मैं भी अमरीका का गीत गाता हूं
मैं उसका एक काला बाशिंदा हूं
जब मेहमान आते हैं
वे मुझे रसोईघर में भेज देते हैं
पर मैं हंसता हूं
और खा खा कर पेट भर लेता हूं
और पहलवान की तरह मोटा होता रहता हूं

कल जब मेहमान आएंगे
मैं सीधे मेज पर बैठ जाउंगा
और किसी की हिम्‍मत नहीं होगी कहने की
कि जाओ रसोईघर में
वहीं जाकर खाना खाओ

फिर वे देखेंगे कि
मैं कैसा जंवा मर्द हूं
और शर्म से सिर झुका लेंगे
मैं भी अमरीका का ही एक आदमी हूं

मैं भी अमरीका का गीत गाता हूं

-- - लैंग्‍स्‍टन ह्यूज - अनु. - रामकृष्‍ण पाण्‍डेय

2 टिप्‍पणियां:

स्वागत है समर्थन का और आलोचनाओं का भी…